कैसे हुआ हादसा । कौन चला रहा था mi 17 की v5हेलीकॉप्टर क्या यह क्रैश पायलट की मिस्टेक की वजह से हुआ या फिर कुछ तकनीकी खराबी थी जानने के लिए बने रहिए हमारे साथ
8 दिसंबर 2021 तमिलनाडु के कन्नूर में जो क्रैश हुआ था सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी का mi 17 v5 हेलीकॉप्टर जिसके पायलट आगरा के रहने वाले एक बिग कमांडर पृथ्वी सिंह का भी इस हादसे में निधन हो गया
आगरा के रहने वाले पृथ्वी सिंह चौहान जी के परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस वक्त पृथ्वी सिंह चौहान जी के पिताजी की उम्र 72 वर्ष हैमां सुशीला देवी को जैसे ही पता चला कि टीवी पर जो खबर आ रही है वह सही है तो उनकी चीख निकल पड़ी। हाथ-पैर कांपने लगे। वह गश खाकर गिर गईं। परिजनों ने उन्हें संभाला। रो-रोकर मां का बुरा हाल है। एक ही बात बोल रही हैं कि कोई मेरे टिंकू को बुला दे।
जैसे ही इस हादसे की कबर उनकी बड़ी सिस्टर को मिली मानो जैसे कि उनके पैरों के नीचे से जमीन ही निकल गई बस दिल में यही बातें की भाई की केस होगा हाथी की खबर सुनते ही तुरंत अपने घर पहुंचे विग कमांडर पायलट पृथ्वी सिंह जी की सिस्टर
वह चार बहनों में सबसे छोटे भाई थे. उनकी बड़ी बहन का नाम शकुंतला, दूसरी बहन का नाम मीना, तीसरी बहन का नाम गीता और चौथी बहन का नाम सुनीता है. पृथ्वी ने छठी कक्षा में सैनिक स्कूल रीवा में दाखिला लिया था. वहीं से वह एनडीए में सेलेक्ट हुए थे.
मां पृथ्वी सिंह को प्यार से टिंकू नाम से पुकारा करती थीं। जैसे ही लोगों को पता लगा कि आगरा के रहने वाले विग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान आज क्रश में सीडीएस जनरल बिपिन रावत जी साथ हादसे में शहीद हो गए तो लोग भारी मात्रा में आगरा के बिग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान के रेजिडेंशियल प्लेस पर पहुंचे खेद जनक अफसोस जताया
सेना को इस हेलीकॉप्टर की तकनीक पर भरोसा रहा है। कई बार कुछ उपकरण ऐसे होते हैं, जिनकी विश्वसनीयता संदिग्ध रहती है, लेकिन MI-17V5 हेलीकॉप्टर ऐसा नहीं था।
हैदराबाद में मिली थी पहली तैनाती
एयरफोर्स ज्वाइन करने के बाद पृथ्वी को पहली तैनाती हैदराबाद में मिली थी। इसके बाद वे गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्य एयरफोर्स स्टेशनों पर भी तैनात रहे। उन्हें एक वर्ष की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था। वे काफी प्रतिभाशाली और अनुभवी पायलट थे।
एयर कमोडोर बीएस सिवाच (रिटायर्ड) बताते हैं कि अमूमन ऐसा होता नहीं है। ये हेलीकॉप्टर MI-17V5 मॉडर्न तकनीक से लैस हेलीकॉप्टर है।
सेना को इस हेलीकॉप्टर की तकनीक पर भरोसा रहा है। कई बार कुछ उपकरण ऐसे होते हैं, जिनकी विश्वसनीयता संदिग्ध रहती है, लेकिन MI-17V5 हेलीकॉप्टर ऐसा नहीं था।
वृंदावन से हुई थी शादी
पृथ्वी का विवाह साल 2007 में वृंदावन निवासी कामिनी से हुआ। उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी आराध्या 12 वर्ष और अविराज नौ वर्ष का पुत्र है। वे परिवार के साथ वायु सेना परिसर में रह रहे थे। पिता सुरेंद्र सिंह व मां सुशीला देवी सरन नगर स्थित घर में हैं। सुरेंद्र सिंह ने बताया कि बड़ी बहन शकुंतला ने जब टीवी देखने के बाद भाई को फोन किया तो नंबर बंद था। उसके बाद ही उन्होंने पृथ्वी सिंह की पत्नी से संपर्क किया।
हैदराबाद में मिली थी पहली तैनाती
एयरफोर्स ज्वाइन करने के बाद पृथ्वी को पहली तैनाती हैदराबाद में मिली थी। इसके बाद वे गोरखपुर, गुवाहाटी, ऊधमसिंह नगर, जामनगर, अंडमान निकोबार सहित अन्य एयरफोर्स स्टेशनों पर भी तैनात रहे। उन्हें एक वर्ष की विशेष ट्रेनिंग के लिए सूडान भी भेजा गया था। वे काफी प्रतिभाशाली और अनुभवी पायलट थे।
सूत्रों के मुताबिक बताया जा रहा है कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी का इलाज भगत तमिलनाडु अग्रसेन के हॉस्पिटल में चल रहा है उनकी हालत गंभीर है पूरे भारतवर्ष के लोग उनकी जिंदगी की सलामती कर रहे हैंCDS general Bipin Rawat ji ke sath Shahid hue Punjab ke Guru Sevak bhi
सूत्रों के मुताबिकपता चला है कि कल 8 दिसंबर 2021
को तमिलनाडु के कन्नूर में क्रैश हुए MI 17 v5 CDS जनरल रावत जी के साथ पंजाब के गुरु सेवक भी शहीद हो गए
गाइस अगर आप भी ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह जी के लिए दिल में कोई सलामती कि प्रार्थना कर रहे हैं तो वह कमेंट में जरूर लिखें जिसे देश के गद्दारों को यह एहसास हो जाए कि हिंदुस्तान पर शहीद होने वालों की कमी नहीं है
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